मंगलवार, 1 नवंबर 2011

छात्रा ने लगाई फांसी, हरियाणा के एकमात्र सरकारी कालेज श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वैदिक कालेज की छात्रा ने अपने कमरे नंबर 44 में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। कमरे नंबर 44 में मिला अप्पति जनक फोटो

Ashok Yadav Kurukshetra
 
 छात्रा ने लगाई फांसी, हरियाणा के एकमात्र सरकारी कालेज श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वैदिक कालेज की छात्रा ने अपने कमरे नंबर 44 में  फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। कमरे नंबर 44 में मिला अप्पति जनक फोटो 
वीओ ०१..... श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वैदिक कालेज में बी ए एम एस प्रोप 3 की जूनियर छात्रा  आरती निवासी सिरसा  ने वर्ष 2008 में श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वैदिक कालेज कुरुक्षेत्र में प्रवेश लिया था और कालेज परिसर के साथ ही बने महिला छात्रावास की दूसरी मंजिल पर कमरा नं. 44 में रह रही थी। पिछले दिनों दिवाली के छुट्टियां बिताकर आरती कल सांय ही घर से छात्रावास में पंहुची थी। छात्रावास में रहने वाली अन्य लड़कियों ने बताया कि आरती ने रात को भोजन नहीं किया था तो किसी ने ध्यान नहीं दिया क्योंकि अक्सर बच्चे घर से आते समय कुछ न कुछ खाने का सामान साथ ले आते हैं।  
 सुबह जब एक अन्य लडक़ी के पास आरती के भाई का फोन आया तो उसने बताया कि पहले मैंने आरती की रुममेट के पास फोन किया था तो वह अपने घर मिली और उसने ही आपका नम्बर दिया है आरती फोन नहीं उठा रही है प्लीज आप एक बार बात करा दो तब मैंने अन्य लड़कियों के साथ जाकर दरवाजा खटखटाया लेकिन तब भी अन्दर से कोई आवाज न मिलने पर हमने वार्डन को बताया तब वार्डन ने साथ लगते कमरे को खुलवाकर पीछे जाकर आरती के कमरे की खिडक़ी से झांक कर देखा तो सभी सन्न रह गए। आरती ने कमरे में लगे पंखे से चुन्नी के साथ फांसी ले रखी थी।
 
  इस घटना के बारे में कालेज के प्राचार्य डॉ. वी वी छिक्कारा के अनुसार उसका किसी से कोई गहरा झगड़ा तो नहीं था लेकिन कई बार छोटी छोटी बातों पर गुस्सा जरुर आ जाता था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतका इससे पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुकी थी.
 
 मृतक के पिता के अनुसार आरती पिछले दिनों दिवाली के छुट्टियां बिताने अपने घर भी गयी थी और घर से ठीक अपने हॉस्टल में गयी थी मगर किन कारन से उसने फांसी ले ली है उन्हें नहीं पता क्या कारन है ...
  

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