गुरुवार, 24 नवंबर 2011

राजस्व विभाग सदैव सरकार का भरोसेमंद विभाग रहा है यहां तक कि अन्य विभागों की भी कार्य प्रणाली में उसकी भूमिका रीढ की हडडी की मानिंद है उपायुक्त मंदीप सिहं बराड

 कुरुक्षेत्र 24 नव बर -   उपायुक्त मंदीप सिहं बराड ने आज लघु सचिवालय के सभागार मेें राजस्व विभाग की जिला स्तरीय बैठक को स बोधित करते हुए कडे निर्देश दिए कि जिला में जमीनों की खरीदो फरो त मेँ धोखाधडी की रोकथाम के लिए राजस्व विभाग निगरानी को ओर अधिक कारगर बनाए ताकि राजस्व विभाग की विश्वसनीयता बरकरार रहें और रजिस्ट्रीयों के मामले में सही व्यक्ति के स्थान पर फर्जी व्यक्ति खरीदो फरो त में धोखाधडी ना कर सकें।
      श्री बराड ने कहा कि जमीनों की खरीदो फरो त मामलों में गहन छानबीन के साथ साथ पटवारियों और न बरदारों को ना केवल तसदीक को बल्कि उनके सूचना नैटवर्क का पूरा पूरा फायदा उठाया जाना चाहिए ताकि कोई फर्जी कार्रवाई को अंजाम ना दे सकें। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग सदैव सरकार का भरोसेमंद विभाग रहा है यहां तक कि अन्य विभागों की भी कार्य प्रणाली में उसकी भूमिका रीढ की हडडी की मानिंद है।
      उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन को पुलिस केस रजिस्टर करवानें में भी कतई संकोच नही होगा यदि जमीन की खरीदो फरो त में नियमों की अहवेलना कर निर्धारित भूमि सीमा के वास्तविक अन्य सरकारी प्रक्रियाओं की अनदेखी कर अवैध कालोनियों या भूमि के टुकडों की रजिस्ट्रीयां की गई ।
       जिला राजस्व अधिकारी अशोक मलिक ने उपायुक्त की उपस्थिति में इस बात को राजस्व अधिकारियों के समक्ष रखा कि रजिस्ट्रीयों के मामले में प्राथमिक स्तर पर जमाबंदी,इन्तकाल कोर्ट आदेश आदि की यदि फाईले ंनियमित मेनटेन की जायें तो किसी तरह की धोखाधडी की गुंजाईश नही रहती । उन्होंने जिला नगर योजनाकार की भूमिका का सदुपयोग जमीनों की निर्धारित सीमा मानदण्ड के अनुरूप करने की भी नियमानुसार  सलाह दी ताकि धोखाधडी के मामलों पर अंकुश लगाया जा सके और ऐसे मामलों की पुनरावृति ना हो और इन्हे तेजी से फिल्टर किया जा सके।
      उपायुक्त  श्री बराड ने यह भी बताया कि कुरूक्षेत्र जिला 20 सुत्री कार्यक्रम के क्रियांवयन में राज्य में प्रथम घोषित किया गया है। उन्होंने विकास के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह अग्रणी रहने की पर परा को कायम रखें। 









 

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