शनिवार, 15 अक्तूबर 2011

मिट्टी तंदरूसती की जांच होगी अब शाहबाद शुगर मिल में सात दिन में खुलेगी लैबोरट्री, किसानो के होंगे हेल्थ कार्ड मोबाइल वैन करेगी किसानो को जागरूक

ASHOK YADAV

मिट्टी तंदरूसती की जांच होगी अब शाहबाद शुगर मिल में सात दिन में खुलेगी लैबोरट्री, किसानो के होंगे हेल्थ कार्ड
KURUKSHETRA  किसानो को अपने खेत की माटी के स्वास्थ्य को जानने के लिए प्रदेश के दूसरे जिलों में नहीं जाना होगा। राज्य सरकार ने शाहबाद शुगर में मिट्टी की जांच के लिए नई लेबोरेट्री खोलने का निर्णय लिया है। अगले एक सप्ताह में यह लैबोरेट्री जांच का काम शुरू कर देगी। सरकार के इस फैसले से किसान अपने खेत की जमीन का हेल्थ कोर्ड प्राप्त कर सकेंगें। इस बात का खुलासा कृषि विभाग के महानिदेशक अशोक कुमार यादव ने किया। वे गत देर सायं बाबैन में गेहूं फसल बीमा राशि वितरण समारोह एवं किसान मेले में शिरकत करने आए हुए थे। यहां पर विशेष बातचीत में महानिदेशक अशोक कुमार यादव ने कहा कि राज्य सरकार खेती योग्य जमीन में लगातार कम रहे आवश्यक तत्वों की मात्रा को लेकर चिंतित है। किसानों को इस गंभीर समस्या के प्रति जागरूक करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी गांव गांव में पहुंच रहे हैं। इसलिए सरकार ने मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड जारी करने की योजना को लागू किया है। विभाग ने प्रदेश में पंद्रह लाख कार्ड जारी करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार ने कुुरूक्षेत्र व आस पास के क्षेत्रों के किसानो को मिट्टी के नमूनो की जांच करवाने के लिए शाहबाद शुगर मिल में ही लेबोरेट्री खोलने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ ही दिनो में यह लैबोरेट्री काम करना शुरू कर देगी। कृषि विभाग के एडीओ स्तर के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे गांव गांव जाकर मिट्टी के सेंपल एकत्रित करेंगें और उनकी इस लैबोरेट्री में जांच करवाने के बाद किसानो को मिट्टी से संबंधित सही जानकारी भी मुहैया कराएंगे ताकि जांच रिपोर्ट के आधार पर मिट्टी के स्वास्थ्य को ठीक किया जा सके। कृषि विभाग की तरफ से किसानो को हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसान खुद अपनी खेती की माटी के नमूनों को लैबोरेट्री में जा कर जांच करवा सकते हैं। इसके साथ ही विशेषज्ञों सलाह मशिवरा कर अपनी माटी के पोषक तत्वों की कमी को पूरा कर सकते हैं।
------- पोटाश व आयरन की है कमी-------
महानिदेशक अशोक कुमार यादव ने कहा कि बाबैन 4लॉक में आलू की फसल ज्यादा लेने से इस क्षेत्र की जमीन में आयरन और पोटाश तत्वों की कमी आ गई है। इसलिए किसानो को मिट्टी की जांच करवाने के बाद प्रयाप्त मात्रा में एनओपी और थायरड स्प्रे जैसी दवाइयों का प्रयोग करना होगा। कृषि विभाग ने इस क्षेत्र के एक दर्जन गांव की मिटटी के नमूने भी लिए हैं।

------मोबाइल वैन करेगी किसानो को जागरूक -------
कृषि विभाग आतमा के एसडीओ जितेंद्र मेहता ने कहा कि अभी हाल ही में जिला उपायु1त मनदीप सिंह बराड़ ने किसानो को मिट्टी परीक्षण और अन्य बातों के प्रति किसानो को जागरूक करने के लिए मोबाइल वैन को हरी झंडी दी है। कृषि विभाग की यह मोबाइल वैन गांव गांव जाकर किसानो को जागरूक करेगी।

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