शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2011

खाली पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा...भाल सिंह अपर निदेशक (सांस्कृतिक कार्य) सूचना, जन स पर्क विभाग

कुरुक्षेत्र 14 अक्टूबर - सूचना व जन स पर्क विभाग के प्रचार तंत्र को मजबूत करने के लिए कई नए कदम उठाए जाएंगे। सरकार की विकास व कल्याणकारी योजनाओं को आम आदमी तक पंहुचाने के लिए नए लोक गीत व नाटक तैयार करने के साथ-साथ नाटक मंडलियों में खाली पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा।
यह जानकारी सूचना, जन स पर्क विभाग के अपर निदेशक (सांस्कृतिक कार्य) श्री भाल सिंह ने आज स्थानीय मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में तीन दिवसीय ड्रामा पार्टी व आरसीटीओ ग्रुप के सदस्यों की कार्यशाला के समापन अवसर पर मु य अतिथि के रूप में बोलते हुए दी। उन्होंने कहा कि प्रचार व प्रसार के तंत्र को मजबूत करने के लिए क्वालिटी पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न इलैक्ट्रोनिक चैनलों व मनोरंजन के साधनों के बीच प्रदेश के लोग आज ाी अपनी संस्कृति से गहरा लगाव रखते हैं। इस बात का प्रमाण पिछले दिनों चंडीगढ़ मु यालय पर आयोजित किए गए सांग उत्सवों में देखने को मिला। इन उत्सवों में प्रदेश के लोगों की इतनी भारी भीड़ उमड़ी कि वहां बैठने के लिए जगह नहीं मिली। प्रदेश के लोग अपनी ही भाषा व लोक शैली में प्रचार के तैयार किए गए कार्यक्रमों को ध्यान व रूची से सुनते हैं।
श्री भाल सिंह ने कहा कि सरकार की नई विकास योजनाओं व कल्याणकारी नीतियों पर नई-नई स्क्रिप्ट लिखकर उन पर मनोरंजक नाटक तैयार करें। इन नये नाटकों के तैयार करने से प्राचीन नाटकों से हटकर लोगों को अच्छी सामग्री उपलब्ध होगी। विभाग की तरफ से इन कलाकारों के हितों को ध्यान में रखते हुए सर्विस की सभी प्रोत्साहन शर्तों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज का युग बदलाव व प्रतियोगिता का युग है। इस युग में लोग उसी कार्यक्रम को पंसद करेंगे, जिसमें क्वालिटी की भरमार होगी।
उप-निदेशक (क्षेत्र) डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि प्रचार तंत्र को मजबूत करने के लिए विभाग द्वारा कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। जनसंपर्क का अर्थ सभी सूचनाओं व तथ्यों से पार गत होते हुए सूचनाओं को आम आदमी तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि जहां देश में मु बई को आर्थिक राजधानी के रूप में जाना जाता है, वहीं कुरुक्षेत्र को सांस्कृतिक गतिविधियों के कारण प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि यह एकमात्र ऐसा विभाग है, जिसका देश व प्रदेश के स ाी 175 विभागों से किसी ना किसी रूप में वास्ता पड़ता है। उन्होंने ड्रामा पार्टी के कलाकारों से कहा कि वे अपने काम में निपुणता लाएं ताकि उनकी पदोन्नति की अन्य संभावनाओं पर सरकार गंभीरता से विचार कर सके।
मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के उप-निदेशक विश्वदीपक त्रिखा, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बनारसी दास, नाटक निरीक्षक राजबीर ाारद्वाज, नरेन्द्र अहलावत तथा आर.सी.टी.ओ. ग्रुप के सदस्य मांगेराम खत्री ने तीन दिवसीय कार्यशाला में अपने विचार रखे। इस अवसर पर उप-निदेशक प्रशासन ओपी उदा, लेखा अधिकारी प्रेम सिंह, सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी रणधीर सिंह, सुरेंद्र सिंह बजाड़, तकनीकी अधिकारी सरजीत बिश्नोई भी उपस्थित थे।

ASHOK YADAV KURUKSHETRA

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