मंगलवार, 18 अक्तूबर 2011

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गोलीकाण्ड में वीरेन्द्र की जान चली गई जबकि विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. डी डी एस सन्धू के अनुसार वह विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र तो था वर्तमान में वह हमारा विद्यार्थी नहीं था।


ASHOK YADAV  KURUKSHETRA 

... कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्थित मार्केट के पास कल देर सांय हुए गोलीकाण्ड में वीरेन्द्र की जान चली गई। वीरेन्द्र उस समय अपने दोस्तों के साथ चाय पीकर बातचीत में व्यस्त था। अचानक तीन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आये लगभग 9-10 लडक़ों ने वीरेन्द्र पर हमला करते हुए कई राऊण्ड फायर किये और भाग गये। उसके साथी उसे पास ही लोकनायक जयप्रकाश हस्पताल ले गये। वहां जाने क कुछ ही पल बाद वीरेन्द्र ने दम तोड़ दिया। 
वीओ ०१ ...... वह केयू में एम ए फिलास्फी प्रथम वर्ष का विद्यार्थी था। नरहरि भवन छात्रावास में रहता था और वह छात्र नेता था। रात को केयू के कुछ अधिकारी भी यही बताते रहे लेकिन एक अधिकारी के अनुसार वह छात्र था पर छात्रावास में नहीं रहता था। जबकि विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. डी डी एस सन्धू के अनुसार वह विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र तो था वर्तमान में वह हमारा विद्यार्थी नहीं था।
प्रश्र उठते हैं कि मरने वाला भी केयू का छात्र नहीं है और मारने वाले भी बाहरी तत्व बताये गये हैं तो ये किसकी शह पर विश्वविद्यालय में रह रहे होते हैं। किसकी वजह से विश्वविद्यालय में आकर ये लोग इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देकर भागने में सफल हो पाते हैं हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने केयू परिसर में क्लोज सर्किट कैमरे लगाये हुए हैं। इन हत्यारों को पकडऩे में शायद कुछ मदद उनकी मिल भी जाए क्योंकि जहां इस घटना को अंजाम दिया गया है वहां पर भी कैमरें लगे हुए हैं। इस घटना के बाद सुरक्षा के बन्दोबस्तों में और इजाफा किया जायेगा। केयू के उप कुलपति ने आज बताया कि जल्दी ही सभी प्रकार के वाहनों के लिए विश्वविद्यालय के स्टीकर जारी होंगे। जिन वाहनों को छात्रावासों आने जाने की अनुमति होगी उनके लिए अलग से स्टीकर जारी किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के हर अधिकारी, कर्मचारी व विद्यार्थी को अपना पहचानपत्र गले में टांग कर र ाना होगा। 30 कर्मचारी सुरक्षा में और तैनात किये जा चुके हैं। केयू की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा इसके लिए चाहे जो भी कठोर कदम ही क्यों न उठाने पड़े।

 ..... डॉ. डी डी एस सन्धू  उपकुलपति  कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें